vartika
Monday, November 14, 2011
जिन्दगी कम है
मै कभी
आधा -अधूरा न था ---
जब तक ----?
तुमको न देखा ----
पता नहीं वो कोन है
जो कहता है की
उसे फुर्सत मिल गयी
जमाने से ----
हमें तो गुनाह
करने को भी
जिन्दगी कम है -----
1 comment:
सागर
November 15, 2011 at 12:13 AM
waah! bhaut khub....
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waah! bhaut khub....
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