गमन
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जी हाँ हम गमन करते है ----
घर से ----विचारों से ---संसार से
सपनो से ---भूत से वर्तमान या फिर
भविष्य से भी -----?
पर निर्वाण अंतिम विकल्प है जीवन का
विचलित मन
संकुचित विचार मुझे
रोकते है ----------आधार खोजते है
और हम सफल होते है -------
विज्ञान पर बोलते है
मर्म खोलते है --------
एक फ़ोटॉन को
आइंस्टीन के प्रकाश के सिद्धांत
से तोलते है ------
अर्थ निकलता है -----
समय में यात्रा करना संभव नहीं---
इस लिए वक्ती तोर पर
गमन रोकते है --------???????
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