Friday, September 9, 2011

यौद्धा एक उलझा सवाल ---?


यौद्धा  एक उलझा सवाल ---?
**************************

 यदि हम भी
 तुम्हारी तरह
 दिखावे और अय्यासी की 
जिंदगी जीने का शौक रखते तो  
विजेता बनकर
जीते ---पर 
 तुम पर हमारी जीत का
अहम् कारण
दिखावे से दूरी
 और सच्चे यौद्धा  का जीवन जीना ही है
 विजेता बनने और फिर बने रहने के लिये
 व्यक्ति में संयम, सादगी और 
लगातार कठोर परिश्रम की
 खूबियों का होना बहुत अनिवार्य है।
मंथन की सतह पर 
खो चुका अस्तित्व अब नकारने लगा है 
अपनी अस्मिता को -----
एक अनचाहे चक्र में दफ़न होने को तेयार नहीं 
मेरी अस्मिता ----------
मेरी विवेचना नकारती है ----
क्या -----
पैसा और प्रतिष्ठा पाकर भी जिनके कदम नहीं 
लडख़ड़ाते वही लंबे समय तक कामयाबी के शिखर पर टिक पाते हैं। 
ये प्रशन आप पर छोड़ता हूँ -----
 

No comments:

Post a Comment