मेने पूछा तू कौन है ----
वो बोली अजनबी
मेने कहा जानता हूँ
वो बोली जहे नसीब
मै हेरान -परेशान
वो थी गंभीर ------
सम्प्रेषण की जिज्ञासा
फिर कुरेदा ----अनजान है तो फिर
अजनबी के बीच ----?
वो बोली फितरत सही ---
मुझे पता था वो अनजान नहीं
पर स्वांग है --- कही ------
जान कर अजनबी बन गयी
जब वो तो फिर
मेरी नजरो में इंसान बन गयी वही----
दोस्तों वो और कोई नहीं मेरी -तुम्हारी
अस्मिता थी -------?
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