Saturday, August 6, 2011

गमन


गमन 
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जी हाँ हम गमन करते है ----
घर से ----विचारों से ---संसार  से 
सपनो से ---भूत से वर्तमान या फिर 
भविष्य से भी -----?
पर निर्वाण अंतिम विकल्प है जीवन का 
विचलित मन 
संकुचित विचार मुझे 
रोकते  है ----------आधार खोजते है 
और हम सफल होते है -------
विज्ञान पर बोलते है 
मर्म खोलते है --------
एक फ़ोटॉन को 
आइंस्टीन के प्रकाश के सिद्धांत
से तोलते है ------
अर्थ निकलता है -----
समय में यात्रा करना संभव नहीं---
इस लिए वक्ती तोर पर 
गमन रोकते है --------???????

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