Thursday, May 26, 2011

मन से निकले गीत *************************


प्यार  मन से जताया उम्र भर
और मन था की मुस्कराया
उम्र भर ---
साए की तरह मन चलता रहा
 ता उम्र---
कुछ था जो मन ने
छिपाया उम्र भर -----
मन में एक ख़्वाब देखा था कभी
लेकिन मुक्त मन
क्या कहू तुमसे ---
जो मन से सिखा ही नहीं
वो ही मन ने सिखाया
उम्र भर

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